राम नाम के हीरे मोती, मैं बिखराऊँ गली गली भजन लिरिक्स – Ram Nam Ke Heere Moti Main Bikhraun Gali Gali Lyrics in Hindi

राम नाम के हीरे मोती, मैं बिखराऊँ गली गली भजन लिरिक्स

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राम नाम के हीरे मोती मैं बिखराऊँ गली गली भजन  लिरिक्स – Ram Nam Ke Heere Moti Main Bikhraun Gali Gali

“राम नाम के हीरे मोती, मैं बिखराऊँ गली गली” भजन का महत्व हिंदू धर्म और भक्ति परंपरा में अत्यधिक गहरा है। यह भजन भगवान राम के नाम की महिमा और उस नाम के अमूल्य प्रभाव को सरल और भावपूर्ण तरीके से समझाता है। इसका महत्व निम्नलिखित बिंदुओं में स्पष्ट किया जा सकता है:

राम नाम के हीरे मोती,

मैं बिखराऊँ गली गली ।

कृष्ण नाम के हीरे मोती,

मैं बिखराऊँ गली गली ।

ले लो रे कोई राम का प्यारा,

शोर मचाऊँ गली गली ।

ले लो रे कोई श्याम का प्यारा,

शोर मचाऊँ गली गली ।

माया के दीवानों सुन लो,

एक दिन ऐसा आएगा ।

धन दौलत और माल खजाना,

यही पड़ा रह जायेगा ।

सुन्दर काया मिट्टी होगी,

चर्चा होगी गली गली ॥

बोलो राम बोलो राम,

बोलो राम राम राम ।

ले लो रे कोई राम का प्यारा,

शोर मचाऊँ गली गली ।

ले लो रे कोई श्याम का प्यारा,

शोर मचाऊँ गली गली ।

॥ राम नाम के हीरे मोती…॥

क्यों करता तू मेरा मेरी,

यह तो तेरा मकान नहीं ।

झूठे जन में फंसा हुआ है,

वह सच्चा इंसान नहीं ।

जग का मेला दो दिन का है,

अंत में होगी चला चली ॥

ले लो रे कोई राम का प्यारा,

शोर मचाऊँ गली गली ।

ले लो रे कोई श्याम का प्यारा,

शोर मचाऊँ गली गली ।

॥ राम नाम के हीरे मोती…॥

जिन जिन ने यह मोती लुटे,

वह तो माला माल हुए ।

धन दौलत के बने पुजारी,

आखिर वह कंगाल हुए ।

चांदी सोने वालो सुन लो,

बात सुनाऊँ खरी खरी ॥

बोलो राम बोलो राम,

बोलो राम राम राम ।

ले लो रे कोई राम का प्यारा,

शोर मचाऊँ गली गली ।

ले लो रे कोई श्याम का प्यारा,

शोर मचाऊँ गली गली ।

॥ राम नाम के हीरे मोती…॥

दुनिया को तू कब तक पगले,

अपनी कहलायेगा ।

ईश्वर को तू भूल गया है,

अंत समय पछतायेगा ।

दो दिन का यह चमन खिला है,

फिर मुरझाये कलि कलि ॥

बोलो राम बोलो राम,

बोलो राम राम राम ।

राम नाम के हीरे मोती,

मैं बिखराऊँ गली गली ।

कृष्ण नाम के हीरे मोती,

मैं बिखराऊँ गली गली ।

ले लो रे कोई राम का प्यारा,

शोर मचाऊँ गली गली ।

ले लो रे कोई श्याम का प्यारा,

शोर मचाऊँ गली गली ।

बोलो राम बोलो राम,

बोलो राम राम राम ।

बोलो राम बोलो राम,

बोलो राम राम राम ।

भजन के मुख्य संदेश:

1.राम नाम की महिमा: इस भजन में श्री राम के नाम को अत्यंत पवित्र और अमूल्य बताया गया है, जो व्यक्ति के जीवन में आध्यात्मिक उन्नति और शांति लाता है।

2.भक्ति का प्रचार: यह भजन प्रेरित करता है कि भक्तजन अपने जीवन में राम नाम का प्रचार करें और इसे दूसरों तक भी पहुँचाएँ।

3.सद्गुणों का आदान-प्रदान: भजन में यह भाव निहित है कि श्री राम का नाम प्रेम, करुणा, और धर्म का प्रतीक है और इसे अपनाने से व्यक्ति का जीवन सार्थक हो जाता है।

भजन का महत्व: 

इसे अक्सर सत्संग, कीर्तन, और राम नवमी जैसे धार्मिक उत्सवों में गाया जाता है।यह भजन श्रोताओं को भक्ति की गहराई में ले जाता है और उनके मन को भगवान के प्रति समर्पण से भर देता है।इसमें सरल और भावपूर्ण शब्द हैं, जो सभी आयु वर्ग के लोगों को आसानी से समझ में आते हैं और उनके हृदय में राम नाम के प्रति श्रद्धा उत्पन्न करते हैं।

1. राम नाम का आध्यात्मिक मूल्य:

“राम” नाम को तरक मंत्र कहा गया है, जो जीवन और मृत्यु के बंधनों से मुक्त कर मोक्ष प्रदान करता है। तुलसीदास जी ने  लिखा है: 

     “राम नाम जपि भव तर जाई।

     यह बड़ औषधि मन सोक नसाई।”

 अर्थात राम का नाम एक ऐसा औषधि है, जो मानसिक कष्टों और भौतिक दुखों का नाश करती है।  भजन में “हीरे मोती” शब्द का प्रयोग राम नाम की तुलना अमूल्य रत्नों से करता है, जो जीवन के लिए सबसे बड़ी दौलत है।

2. भक्ति और सेवा का संदेश:

इस भजन में गायक यह कहता है कि वह राम नाम की महिमा को गली-गली, हर व्यक्ति तक बाँटना चाहता है।यह सेवा भावना और परमार्थ को उजागर करता है कि ईश्वर के नाम की महिमा केवल अपने लिए नहीं रखनी चाहिए, बल्कि इसे समाज में फैलाना चाहिए ताकि सभी को इसका लाभ मिले।

3. सादगी और पवित्रता का प्रतीक:

राम नाम को जपने या सुनने के लिए किसी बड़े प्रयास या साधन की आवश्यकता नहीं है। यह हर जाति, वर्ग और उम्र के लोगों के लिए सुलभ है।

“कलियुग केवल नाम अधारा।

सुमिरि सुमिरि नर उतरहिं पारा।”

भजन यह संदेश देता है कि ईश्वर की भक्ति के लिए दिखावे की आवश्यकता नहीं है, केवल मन से राम नाम जपने की आवश्यकता है।

4. शांति और मोक्ष का मार्ग:

राम नाम का स्मरण मनुष्य के मन को शांति और सुकून प्रदान करता है।इसका उच्चारण न केवल आत्मा को शुद्ध करता है, बल्कि यह व्यक्ति को मोक्ष के मार्ग पर भी ले जाता है।
“राम ते अधिक राम कर दासा।”
राम के नाम का जप स्वयं राम भगवान के समान शक्तिशाली है।जीवन को प्रभावित किया, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक जीवन को भी गहरे रूप से प्रभावित किया।

“राम नाम के हीरे मोती” भजन से संबंधित कुछ संभावित प्रश्नों के उत्तर नीचे दिए गए हैं। ये उत्तर भजन के अर्थ, संदेश, और महत्व को स्पष्ट करते हैं:

1.भजन “राम नाम के हीरे मोती” का मुख्य संदेश क्या है?

भजन का मुख्य संदेश है कि भगवान राम का नाम सबसे मूल्यवान है, जैसे हीरे और मोती। इसे पूरे समाज में बाँटकर हर किसी के जीवन में शांति, भक्ति, और प्रेम का प्रसार करना चाहिए। यह भजन हमें बताता है कि राम नाम जपना जीवन का सबसे बड़ा धन है।

2. “राम नाम” को हीरे और मोती की उपमा क्यों दी गई है?

हीरे और मोती अमूल्य और दुर्लभ होते हैं। इसी प्रकार, राम नाम भी आध्यात्मिक दृष्टि से अनमोल है। यह नाम व्यक्ति के जीवन के हर दुख को हरने और मोक्ष का मार्ग प्रदान करने में सक्षम है।

3. भजन में गायक क्या करना चाहता है?
गायक यह चाहता है कि वह राम नाम के हीरे और मोती जैसे अमूल्य रत्नों को गली-गली बिखराए। इसका मतलब है कि वह राम नाम की महिमा और इसका महत्व हर व्यक्ति तक पहुँचाना चाहता है ताकि सभी को इसका लाभ मिले।
4. राम नाम का जप करने से क्या लाभ होता है?

राम नाम का जप करने से मानसिक शांति, आत्मिक शुद्धि और मोक्ष की प्राप्ति होती है। यह भजन में कहा गया है कि राम नाम सभी दुखों और बंधनों को समाप्त कर देता है और व्यक्ति को ईश्वर के करीब ले जाता है।

5. “राम नाम के हीरे मोती” का संबंध किस आध्यात्मिक परंपरा से है?

यह भजन भक्ति परंपरा से संबंधित है, जो भगवान के नाम का जप करने और उसकी महिमा गाने पर जोर देती है। इसे संकीर्तन (सामूहिक भजन) के माध्यम से गाया जाता है और यह हिंदू धर्म में राम भक्ति की परंपरा का हिस्सा है।

6.यह भजन किस प्रकार समाज को प्रभावित करता है?

यह भजन समाज में भक्ति, सेवा, और परमार्थ की भावना को बढ़ावा देता है। यह लोगों को यह प्रेरणा देता है कि वे भौतिक सुखों को त्यागकर भगवान के नाम का स्मरण करें और इसे दूसरों के साथ साझा करें।

7.इस भजन में कौन-कौन सी आध्यात्मिक शिक्षाएँ छिपी हुई हैं?

राम नाम का महत्व और महिमा।

परोपकार और सेवा का महत्व।

भक्ति का सर्वोच्च मूल्य।

आत्मिक शुद्धि और मोक्ष प्राप्ति का मार्ग।

समाज में शांति और प्रेम का प्रसार।

8. भजन गाने का सही तरीका क्या है?

इस भजन को शांत चित्त और भक्तिपूर्ण मन से गाया जाता है। इसे सामूहिक रूप से या व्यक्तिगत ध्यान के दौरान गाया जा सकता है। राम नाम का जप करते समय दिल से भगवान की महिमा का अनुभव करना महत्वपूर्ण है।

9. तुलसीदास जी ने राम नाम के बारे में क्या कहा है जो इस भजन से संबंधित हो?

तुलसीदास जी ने कहा:

“राम नाम मणि दीप धरु जीह देहरी द्वार।

तुलसी भीतर बाहेरहुँ जो चाहसि उजियार।”

इसका अर्थ है कि राम नाम का जप करना जीवन में प्रकाश और मार्गदर्शन लाता है।

10. यह भजन कब गाया जाता है?

यह भजन सत्संग, भक्ति कार्यक्रम, रामायण पाठ, या ध्यान और आरती के समय गाया जाता है। इसे भक्त अपने दैनिक भक्ति सत्र में भी शामिल कर सकते हैं।

निष्कर्ष:

“राम नाम के हीरे मोती” भजन का महत्व यह है कि यह सरल भाषा में राम नाम की महिमा और उसकी शक्ति को समझाता है। यह हमें सिखाता है कि राम नाम ही सबसे बड़ा धन और सच्ची पूँजी है। इस भजन को सुनने और गाने से मन को शांति मिलती है, भक्ति भावना जागृत होती है और जीवन के कष्ट दूर होते हैं।यह भजन हमें यह प्रेरणा देता है कि हम भी अपने जीवन में राम नाम को आत्मसात करें और इसे दूसरों के साथ साझा करें।  

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