13 मुखी रुद्राक्ष की सम्पूर्ण जानकारी – लाभ, पहनने की विधि, मंत्र और सावधानियाँ।

13 मुखी रुद्राक्ष

13मुखी रुद्राक्ष का परिचय:

13 मुखी रुद्राक्ष को कामदेव और इन्द्रदेव का प्रतीक माना जाता है। यह रुद्राक्ष आकर्षण, प्रेम, वैभव, सफलता और रहस्यमय शक्तियों को जागृत करने वाला माना जाता है। इसे पहनने से व्यक्ति का व्यक्तित्व प्रभावशाली, वाणी मधुर और आत्मबल सशक्त हो जाता है।

यह उन लोगों के लिए अत्यंत शुभ है जो सार्वजनिक जीवन, राजनीति, बोलने के पेशे, आकर्षण, या वशीकरण, तंत्र-साधना में रुचि रखते हैं।

13 मुखी रुद्राक्ष क्या है?

13 मुखी रुद्राक्ष वह दिव्य बीज होता है जिसमें तेरह स्पष्ट धारियाँ (मुख) होती हैं। यह रुद्राक्ष बहुत दुर्लभ माना जाता है और इसे पहनने से कामना पूर्ति, सम्मोहन शक्ति और तेजस्विता की प्राप्ति होती है।

विशेषताएँ:

आकृति: थोड़ा लंबा, अंडाकार

रंग: गहरा भूरा या गेरुआ

बनावट: तेरह धारियाँ, गहराई से उकेरी हुई

13 मुखी रुद्राक्ष के देवता

मुख्य देवता:

कामदेव – प्रेम, आकर्षण और सौंदर्य के देवता

इन्द्रदेव – सभी देवताओं के राजा, ऐश्वर्य और यश के स्वामी

गुप्त शक्ति:

वशीकरण, सम्मोहन, साधना सिद्धि की ऊर्जा

13 मुखी रुद्राक्ष के चमत्कारी लाभ

आकर्षण और व्यक्तित्व में निखार:

व्यक्तित्व में चुंबकीय प्रभाव

लोगों को अपनी ओर आकर्षित करने की क्षमता

सम्मोहन शक्ति और प्रभावशाली उपस्थिति

वाणी और सामाजिक प्रभाव:

बोलने में मधुरता और स्पष्टता

सार्वजनिक बोलने वालों, नेताओं, कलाकारों के लिए उत्तम

संकोच, डर, झिझक में लाभ

व्यवसायिक और करियर में लाभ:

मार्केटिंग, सेल्स, पब्लिक रिलेशन, शो-बिजनेस में सफलता

वैभव, मान-सम्मान और धन वृद्धि

नौकरी या व्यवसाय में आकर्षण के माध्यम से प्रगति

साधना और रहस्यमय शक्तियों में वृद्धि:

वशीकरण, तंत्र, मंत्र, यंत्र साधना में उपयोगी

विशेष मंत्र सिद्धि के लिए अत्यंत फलदायी

“काम-क्रोध-मोह” पर नियंत्रण

किन लोगों को 13 मुखी रुद्राक्ष पहनना चाहिए?

जो राजनीति, मीडिया, फिल्म, कला, संगीत, या मंच से जुड़े हों

जो प्रेम, विवाह या रिश्तों में आकर्षण की कमी महसूस करते हों

जो वाणी, बोलचाल, और सम्मोहन को बढ़ाना चाहते हों

जो तंत्र साधना, मंत्र सिद्धि या वशीकरण की दिशा में अग्रसर हों

जिनकी कुंडली में शुक्र, चंद्र या राहु दोष हो

13 मुखी रुद्राक्ष पहनने की विधि

शुभ दिन:

शुक्रवार या सोमवार – कामदेव और इन्द्रदेव दोनों से संबंधित दिन

शुद्धिकरण विधि:

रुद्राक्ष को गंगाजल, दूध और शहद से स्नान कराएँ

गुलाब जल और चंदन से तिलक करें

कामदेव या इन्द्रदेव के समक्ष दीपक और पुष्प अर्पित करें

मंत्र जाप:

ॐ ह्रीं नमः

(या)

ॐ कामदेवाय नमः

ॐ इन्द्राय नमः

108 बार जाप करें और रुद्राक्ष को धारण करें

पहनने का तरीका:

चाँदी, तांबे या गुलाबी/सफेद धागे में गले में या दाएँ हाथ में पहनें

“रात्रि के समय सिद्ध करके” पहनना भी विशेष फलदायी माना जाता है (तांत्रिक प्रयोगों में)

13 मुखी रुद्राक्ष पहनते समय सावधानियाँ

इसे दिखावे, छल, वासनात्मक उद्देश्यों के लिए प्रयोग न करें

मांस, मदिरा और नकारात्मक विचार से दूरी बनाए रखें

इसे स्नान, शौच, और सहवास के समय उतार देना चाहिए

नियमित रूप से मंत्र जाप और ध्यान करें

यह अत्यंत शक्तिशाली है – इसे केवल गंभीर और संयमी व्यक्ति ही धारण करें

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

क्या 13 मुखी रुद्राक्ष वशीकरण या आकर्षण के लिए काम करता है?

हाँ, यह रुद्राक्ष व्यक्तित्व में आकर्षण, वाणी में प्रभाव और मानसिक ऊर्जा को तीव्र करता है – जिससे स्वाभाविक सम्मोहन शक्ति जाग्रत होती है।

क्या यह प्रेम विवाह में सहायक है?

बिलकुल! यह प्रेम, आपसी समझ और आकर्षण को बढ़ाता है – जिससे विवाह में सफलता मिलती है।

क्या महिलाएँ इसे पहन सकती हैं?

हाँ, यह स्त्री और पुरुष दोनों के लिए समान रूप से प्रभावशाली है – विशेषकर सुन्दरता, सौम्यता और सम्मोहन की वृद्धि हेतु।

क्या इसे बच्चे पहन सकते हैं?

नहीं, यह रुद्राक्ष अत्यंत शक्तिशाली है – केवल वयस्क और मानसिक रूप से परिपक्व व्यक्ति ही पहनें।

निष्कर्ष:

13 मुखी रुद्राक्ष एक अद्भुत रत्न है जो व्यक्ति को आकर्षण, आत्मविश्वास, यश और सिद्धि की ओर ले जाता है।यह उन लोगों के लिए अमूल्य रत्न है जो अपनी वाणी, व्यक्तित्व और ऊर्जा से संसार में अपनी पहचान बनाना चाहते हैं।श्रद्धा, संयम और नियमपूर्वक पहनने पर यह रुद्राक्ष जीवन में चमत्कारी बदलाव ला सकता है।

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