श्री बालाजी आरती लिरिक्स | Shri Balaji Ki Aarti Lyrics

balaji aarti lyrics

इस ब्लॉग के माध्यम से आपके आपके लिए प्रस्तुत है  balaji aarti lyrics। इस बालाजी महाराज की आरती लिरिक्स को गाएं और उनकी भक्ति में डूब जाएं।  

॥श्री बालाजी आरती॥

ॐ जय हनुमत वीरा,
स्वामी जय हनुमत वीरा ।
संकट मोचन स्वामी,
तुम हो रनधीरा ॥
॥ ॐ जय हनुमत वीरा..॥

पवन पुत्र अंजनी सूत,
महिमा अति भारी ।
दुःख दरिद्र मिटाओ,
संकट सब हारी ॥
॥ ॐ जय हनुमत वीरा..॥

बाल समय में तुमने,
रवि को भक्ष लियो ।
देवन स्तुति किन्ही,
तुरतहिं छोड़ दियो ॥
॥ ॐ जय हनुमत वीरा..॥

कपि सुग्रीव राम संग,
मैत्री करवाई।
अभिमानी बलि मेटयो,
कीर्ति रही छाई ॥
॥ ॐ जय हनुमत वीरा..॥

जारि लंक सिय-सुधि ले आए,
वानर हर्षाये ।
कारज कठिन सुधारे,
रघुबर मन भाये ॥
॥ ॐ जय हनुमत वीरा..॥

शक्ति लगी लक्ष्मण को,
भारी सोच भयो ।
लाय संजीवन बूटी,
दुःख सब दूर कियो ॥
॥ ॐ जय हनुमत वीरा..॥

रामहि ले अहिरावण,
जब पाताल गयो ।
ताहि मारी प्रभु लाय,
जय जयकार भयो ॥
॥ ॐ जय हनुमत वीरा..॥

राजत मेहंदीपुर में,
दर्शन सुखकारी ।
मंगल और शनिश्चर,
मेला है जारी ॥
॥ ॐ जय हनुमत वीरा..॥

श्री बालाजी की आरती,
जो कोई नर गावे ।
कहत इन्द्र हर्षित,
मनवांछित फल पावे ॥
॥ ॐ जय हनुमत वीरा..॥

इस balaji aarti lyrics में हनुमान जी की महिमा का गुणगान किया गया है। इस बालाजी आरती लिरिक्स में हनुमान जी को संकट मोचन, रामभक्त, और महाबली के रूप में पुकारा गया है। balaji maharaj ki aarti lyrics में उनके महत्वपूर्ण कार्यों का वर्णन किया गया है, जैसे कि प्रभु श्री राम से मिलकर लंका जाना, लक्ष्मण जी के लिए संजीवनी बूटी लाना, और अहिरावण को मारना। यह हनुमान आरती लिरिक्स हनुमान जी के बल-पराक्रम, और श्री राम जी के प्रति उनकी भक्ति को प्रदर्शित करती है।

 

 

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