तिजोरी या लॉकर का वास्तु: धन वृद्धि के लिए सही दिशा और स्थान (Tijori Vastu: Paise ki Barkat ka Rahasya)

तिजोरी या लॉकर का वास्तु

तिजोरी का वास्तु परिचय:

हर व्यक्ति चाहता है कि उसके घर में सुख-समृद्धि, स्थिरता और धन की बरकत बनी रहे। इसके लिए मेहनत, बुद्धि और अवसर तो जरूरी हैं ही, लेकिन अगर वास्तु शास्त्र के अनुसार तिजोरी (या लॉकर) का स्थान और दिशा ठीक न हो, तो घर में आय से अधिक व्यय, धन का रुकना या अचानक हानि जैसी स्थितियाँ उत्पन्न हो सकती हैं। तिजोरी का वास्तु यानी उस स्थान का निर्धारण जहाँ आप अपनी नकदी, आभूषण, महत्वपूर्ण दस्तावेज़ और मूल्यवान वस्तुएँ रखते हैं, अत्यंत महत्वपूर्ण होता है।

इस लेख में हम जानेंगे कि तिजोरी का स्थान, दिशा, रंग, आकृति, स्थापना का समय, और किन चीज़ों का ध्यान रखना आवश्यक है ताकि घर में माँ लक्ष्मी का वास सदा बना रहे।

तिजोरी का वास्तु क्यों जरूरी है?

तिजोरी उस ऊर्जा का केंद्र है जहाँ धन संग्रहित किया जाता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार हर वस्तु, दिशा और स्थान की अपनी एक विशेष ऊर्जा होती है। अगर तिजोरी गलत दिशा में रखी हो या उस स्थान पर नकारात्मक ऊर्जा हो, तो वहाँ रखा हुआ धन भी रुकने लगता है या बिना कारण खर्च होने लगता है। इसलिए, वास्तु के नियमों के अनुसार तिजोरी या लॉकर का स्थान निर्धारण करने से आर्थिक स्थिति में स्थिरता आती है और आकस्मिक हानियाँ भी टलती हैं।

तिजोरी या लॉकर के लिए सर्वोत्तम दिशा

1. दक्षिण दिशा में उत्तरमुखी तिजोरी

वास्तु शास्त्र के अनुसार तिजोरी के लिए दक्षिण दिशा सबसे उत्तम मानी जाती है, लेकिन इसका मुख उत्तर की ओर होना चाहिए। उत्तर दिशा कुबेर की दिशा मानी जाती है, जो धन के देवता हैं। यदि तिजोरी उत्तरमुखी होगी, तो उसमें रखा धन स्थिर रहेगा और उसमें वृद्धि भी होगी।

2. पश्चिम दिशा में पूर्वमुखी तिजोरी

पश्चिम दिशा भी तिजोरी रखने के लिए उपयुक्त मानी गई है, विशेषकर व्यापारियों के लिए। इसका मुख पूर्व दिशा की ओर रखें। यह धन के संरक्षण और व्यापारिक स्थिरता के लिए शुभ है।

3. इन दिशाओं से बचें:

उत्तर-पूर्व (ईशान कोण) में तिजोरी रखने से आर्थिक संकट उत्पन्न हो सकते हैं।

दक्षिण-पश्चिम दिशा में तिजोरी रखने से खर्च अधिक होता है और धन टिकता नहीं।

तिजोरी का स्थान कहाँ होना चाहिए?

तिजोरी को उस कमरे की दक्षिण दीवार के साथ लगाकर रखें ताकि उसका मुंह उत्तर की ओर खुले।

तिजोरी को फर्श से थोड़ा ऊँचा रखें, यानी लकड़ी के प्लैटफॉर्म पर रखें। यह ऊर्जा प्रवाह के लिए आवश्यक है।

तिजोरी के सामने की दीवार पर कोई शुभ चित्र या लक्ष्मी जी की शांत मुद्रा वाली तस्वीर लगाएं। इससे सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है।

तिजोरी के पास क्या रखें और क्या नहीं?

क्या रखें:

कमल पर बैठी लक्ष्मी जी की तस्वीर या श्री यंत्र।

एक पीला कपड़ा जिसमें कुछ चावल और सिक्के रखें। यह धनवृद्धि का प्रतीक होता है।

चांदी का सिक्का या मूर्ति।

क्या न रखें:

तिजोरी के ऊपर या उसके पास कूड़ा, गंदे कपड़े, पुराने जूते या नकारात्मक वस्तुएँ न रखें।

तिजोरी के ऊपर कोई भारी सामान या इलेक्ट्रॉनिक वस्तु जैसे टीवी या म्यूजिक सिस्टम न रखें।

तिजोरी का रंग और सामग्री

उत्तम रंग:

हल्का पीला

क्रीम

हल्का हरा

गोल्डन

इन रंगों से तिजोरी में समृद्धि और शुभता का संचार होता है।

इन रंगों से बचें:

काला

गहरा लाल

गहरा नीला

सामग्री:

लकड़ी की तिजोरी वास्तु के अनुसार सबसे शुभ मानी जाती है।

यदि आप लोहे की तिजोरी उपयोग कर रहे हैं, तो उसमें लकड़ी की परत या लकड़ी का प्लेटफॉर्म अवश्य लगाएँ।

तिजोरी या लॉकर खोलने की दिशा

लॉकर या तिजोरी का दरवाज़ा उत्तर या पूर्व दिशा में खुलना चाहिए।

कभी भी तिजोरी का मुंह दक्षिण या पश्चिम दिशा की ओर न हो, इससे धन का ह्रास होता है।

तिजोरी से जुड़ी विशेष सावधानियाँ

हर शुक्रवार या पूर्णिमा के दिन तिजोरी की सफाई करें।

कपूर, लौंग या चंदन की अगरबत्ती से तिजोरी वाले स्थान को शुद्ध करें।

हर अमावस्या को श्रीसूक्त या लक्ष्मी मंत्र का जाप करें।

तिजोरी का ताला और कुंजी हमेशा कार्यशील और साफ-सुथरी रखें।

तिजोरी के ऊपर क्या लगाएं?

श्री यंत्र

कुबेर यंत्र

लक्ष्मी जी का चित्र जिसमें वह कमल पर बैठी हों

लॉकर या तिजोरी के लिए शुभ समय

तिजोरी स्थापित करने के लिए धनतेरस, अक्षय तृतीया, दीपावली, शरद पूर्णिमा, शुक्रवार, गुरुपुष्य योग जैसे दिन अत्यंत शुभ माने जाते हैं।

वास्तु दोष से होने वाले नुकसान

यदि तिजोरी वास्तु दोषयुक्त स्थान पर रखी हो तो यह समस्याएँ आ सकती हैं:

बिना कारण खर्च

रोगों पर अधिक खर्च

आय के मार्ग रुकना

बचत न हो पाना

कर्ज में वृद्धि

धन हानि या चोरी का भय

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

प्रश्न 1: क्या तिजोरी को जमीन पर सीधे रखना सही है?

उत्तर: नहीं, तिजोरी को हमेशा लकड़ी के प्लेटफॉर्म पर थोड़ा ऊँचा रखें। इससे ऊर्जा प्रवाह सही रहता है।

प्रश्न 2: तिजोरी किस दिशा में नहीं होनी चाहिए?

उत्तर: उत्तर-पूर्व और दक्षिण-पश्चिम दिशा में तिजोरी रखने से बचना चाहिए।

प्रश्न 3: क्या लोहे की तिजोरी वास्तु के अनुसार सही है?

उत्तर: यदि उसमें लकड़ी की परत या प्लेटफॉर्म जोड़ा जाए तो यह भी उपयुक्त हो सकती है। लकड़ी की तिजोरी श्रेष्ठ मानी जाती है।

प्रश्न 4: क्या तिजोरी के पास आईना लगाना शुभ होता है?

उत्तर: हाँ, यदि आईना ऐसा हो जिसमें तिजोरी का प्रतिबिंब दिखाई दे, तो यह धन की दोगुनी वृद्धि का संकेत देता है।

प्रश्न 5: तिजोरी की नियमित सफाई क्यों आवश्यक है?

उत्तर: सफाई से सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है और आर्थिक प्रवाह में कोई रुकावट नहीं आती।

निष्कर्ष

तिजोरी केवल एक भौतिक वस्तु नहीं है, बल्कि यह धन और समृद्धि की ऊर्जाओं का केंद्र होती है। यदि आप वास्तु नियमों के अनुसार तिजोरी का स्थान, दिशा, रंग और सजावट सुनिश्चित करते हैं, तो न केवल धन की वृद्धि होती है, बल्कि घर में मानसिक और आर्थिक स्थिरता भी बनी रहती है। माँ लक्ष्मी की कृपा बनी रहे — इसके लिए तिजोरी का वास्तु संतुलित और सकारात्मक होना अत्यंत आवश्यक है।

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