गृह प्रवेश (Griha Pravesh) एक पवित्र और विशेष संस्कार है जो नए घर में शांति, समृद्धि और सुखद जीवन का आह्वान करने के लिए किया जाता है। यह केवल वास्तु दोषों को समाप्त करने और सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करने का तरीका नहीं है, बल्कि इसे आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महत्व भी दिया गया है। इस लेख में, हम आपको सरल और प्रभावी गृह प्रवेश पूजा विधि (Griha Pravesh Puja Vidhi) के बारे में बताएंगे, जिसे आप पंडित के बिना भी कर सकते हैं।
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Toggleगृह प्रवेश पूजा विधि का महत्व
गृह प्रवेश पूजा को वैदिक परंपरा में उच्च स्थान दिया गया है। यह पूजा भगवान गणेश, देवी लक्ष्मी, और अन्य पवित्र देवताओं को समर्पित होती है। इस पूजा से:
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नकारात्मक ऊर्जा का निवारण: वास्तु दोष और नकारात्मक ऊर्जा को दूर किया जाता है।
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सकारात्मक ऊर्जा का आह्वान: घर में सकारात्मक और शुभ ऊर्जा का संचार होता है।
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समृद्धि और सुख: देवी लक्ष्मी और गणेश भगवान की कृपा से समृद्धि और सुख की प्राप्ति होती है।
गृह प्रवेश पूजा की तैयारी
गृह प्रवेश पूजा के लिए निम्नलिखित सामग्री तैयार रखें:
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पूजा सामग्री:
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गणेश जी की मूर्ति या तस्वीर।
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कलश, पानी, आम के पत्ते।
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चावल, रोली, हल्दी, सुपारी।
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नारियल, फूल, धूप, दीपक।
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मिठाई और फल।
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साफ-सफाई: नए घर की अच्छे से सफाई करें। सुनिश्चित करें कि पूजा का स्थान साफ और पवित्र हो।
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मुख्य दरवाजा सजाएं: आम के पत्तों और फूलों की बंदनवार से मुख्य दरवाजे को सजाएं। यह शुभता का प्रतीक है।
गृह प्रवेश पूजा विधि (Griha Pravesh Vidhi)
1. शुभ दिन का चयन करें
गृह प्रवेश के लिए शुभ मुहूर्त और दिन का चयन करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। पंचांग देखकर उचित तिथि चुनें। अमावस्या और चतुर्थी के दिन गृह प्रवेश करना अशुभ माना जाता है।
2. गणेश पूजन करें
गणेश जी को प्रथम पूज्य माना जाता है। उनकी पूजा करने से सभी बाधाएं समाप्त होती हैं।
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गणेश जी की मूर्ति को एक स्वच्छ स्थान पर रखें।
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रोली और चावल से तिलक करें।
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गणेश मंत्र (Griha Pravesh Mantra) का जाप करें:
“ॐ गण गणपतये नमः”
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दीपक जलाएं और उन्हें फूल अर्पित करें।
3. कलश स्थापना
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एक तांबे या मिट्टी के कलश में पानी भरें।
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उसमें आम के पत्ते डालें और नारियल रखें।
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इसे मुख्य स्थान पर रखें। यह शुद्धता और पवित्रता का प्रतीक है।
4. अग्नि प्रज्वलन
अग्नि प्रज्वलित करना शुभता का प्रतीक है।
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पूजा स्थान पर घी का दीपक जलाएं।
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घर के प्रत्येक कोने में दीपक लेकर जाएं ताकि नकारात्मक ऊर्जा समाप्त हो।
5. मंत्र उच्चारण और हवन
यदि आप हवन कर रहे हैं, तो मंत्रों का उच्चारण करें। यदि हवन नहीं कर रहे हैं, तो घर के प्रत्येक कमरे में गणेश और लक्ष्मी के नाम का उच्चारण करें।
6. मुख्य प्रवेश द्वार पर पूजा
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मुख्य द्वार पर हल्दी और चावल से स्वास्तिक बनाएं।
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दीपक जलाकर नारियल तोड़ें।
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नारियल को मुख्य द्वार पर रखें।
7. परिवार के साथ प्रवेश करें
सभी परिवारजन मिलकर मुख्य द्वार से दाहिने पैर से प्रवेश करें। प्रवेश के समय “श्री गणेशाय नमः” का उच्चारण करें।
गृह प्रवेश पूजा मंत्र (Griha Pravesh Mantra)
गृह प्रवेश पूजा के दौरान निम्नलिखित मंत्रों का जाप किया जा सकता है:
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गणेश मंत्र: “ॐ गण गणपतये नमः”
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महालक्ष्मी मंत्र: “ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं महालक्ष्मयै नमः”
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वास्तु पूजन मंत्र: “ॐ वास्तु देवाय नमः”
इन मंत्रों का जाप घर की शुद्धि और सुख-समृद्धि के लिए किया जाता है।
गृह प्रवेश बिना पंडित के कैसे करें? (Griha Pravesh Pooja Without Priest)
यदि पंडित उपलब्ध नहीं हैं, तो आप स्वयं पूजा कर सकते हैं। यह ध्यान रखें कि विधि सरल और सच्चे मन से की जाए।
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पूजा स्थान तैयार करें: साफ-सुथरी जगह पर पूजा सामग्री रखें।
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गणेश जी की पूजा करें: रोली, चावल और फूल चढ़ाएं।
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मंत्र जाप करें: उपरोक्त मंत्रों का उच्चारण करें।
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कलश स्थापना करें: कलश को पवित्र स्थान पर रखें।
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मुख्य द्वार पर स्वास्तिक बनाएं: हल्दी और चावल से।
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परिवार के साथ प्रवेश करें: सभी मिलकर शुभ मंत्रों का जाप करते हुए घर में प्रवेश करें।
गृह प्रवेश: एक नई शुरुआत (Grah Pravesh Ek Nayi Shuruaat)
गृह प्रवेश केवल एक धार्मिक प्रक्रिया नहीं है, बल्कि यह जीवन में एक नई शुरुआत का प्रतीक भी है। यह अवसर आपके परिवार के लिए एकजुटता, खुशी और समृद्धि का संदेश लाता है।
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घर का वातावरण: पूजा के बाद घर में सुखद और सकारात्मक ऊर्जा का वातावरण बनता है।
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सपनों का घर: गृह प्रवेश आपके सपनों के घर में पहला कदम है। यह आपको अपनी मेहनत और सफलता का अहसास कराता है।
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सामाजिक जुड़ाव: यह अवसर परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताने का भी है। गृह प्रवेश के दौरान उन्हें आमंत्रित करें और खुशी साझा करें।
गृह प्रवेश हिंदी में (Griha Pravesh in Hindi)
गृह प्रवेश का महत्व भारतीय परंपरा में अत्यधिक है। इसे शुभता और सुख-समृद्धि का प्रवेश द्वार माना जाता है। यदि आप बिना पंडित के पूजा कर रहे हैं, तो इस सरल विधि को अपनाएं और अपने घर में खुशियों और समृद्धि का स्वागत करें।
गृह प्रवेश केवल एक संस्कार नहीं, बल्कि आपके जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और खुशहाली का आरंभ है। सही विधि और मंत्रों के साथ इसे संपन्न करें और अपने नए घर में सुख-शांति का अनुभव करें।
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