इस ब्लॉग में सरस्वती माता की आरती लिरिक्स लिखी गयी है। saraswati mata aarti lyrics गाएं और माता का आशीर्वाद प्राप्त करें।
।।आरती।।
ॐ जय सरस्वती माता, जय जय सरस्वती माता।
सद्गुण वैभव शालिनी, त्रिभुवन विख्याता॥
चंद्रवदनि पद्मासिनी, ध्रुति मंगलकारी।
सोहें शुभ हंस सवारी, अतुल तेजधारी ॥ जय…..
बाएं कर में वीणा, दाएं कर में माला।
शीश मुकुट मणी सोहें, गल मोतियन माला ॥ जय…..
देवी शरण जो आएं, उनका उद्धार किया।
पैठी मंथरा दासी, रावण संहार किया ॥ जय…..
विद्या ज्ञान प्रदायिनी, ज्ञान प्रकाश भरो।
मोह, अज्ञान, तिमिर का जग से नाश करो ॥ जय…..
धूप, दीप, फल, मेवा मां स्वीकार करो।
ज्ञानचक्षु दे माता, जग निस्तार करो ॥ जय…..
मां सरस्वती की आरती जो कोई जन गावें।
हितकारी, सुखकारी, ज्ञान भक्ती पावें ॥ जय…..
जय सरस्वती माता, जय जय सरस्वती माता।
सद्गुण वैभव शालिनी, त्रिभुवन विख्याता॥ जय…..
ॐ जय सरस्वती माता, जय जय सरस्वती माता ।
सद्गुण वैभव शालिनी, त्रिभुवन विख्याता॥ जय…..
https://youtu.be/TTVAyS9wOV4?si=UlQ1GGW9pxDSxc7t
इस saraswati mata aarti lyrics में माता के गुणों का बखान किया गया है। इस saraswati mata ki aarti lyrics में बताया गया है कि माता के बाएं हाथ में वीणा और दाएं हाथ में माला है। सरस्वती माता आरती लिरिक्स में बताया गया है कि सरस्वती माता विद्या की देवी हैं और माता के भक्त माता से विद्या का आशीष मांगते हैं।