माता के भजन लिरिक्स | Mata Ke Bhajan Lyrics
इस ब्लॉग के माध्यम से आपके समक्ष प्रस्तुत हैं Mata ke bhajan lyrics। ये भक्ति गीत माँ शेरावाली को समर्पित हैं । Mata rani k bhajan lyrics से आध्यात्मिक संसार में प्रवेश करें और भक्ति भाव से माता रानी की आराधना करें। माता के भजन हिन्दी में लिरिक्स से माता दुर्गा को याद करें।
1. मैं बालक तू माता शेरां वालिए भजन लिरिक्स | Main Balak Tu Mata Sheranwaliye Bhajan Lyrics
मैं बालक तू माता शेरां वालिए,
है अटूट ये नाता शेरां वालिए हो हो,
मैं बालक तू माता शेरां वालिए
है अटूट ये नाता शेरां वालिए
है अटूट ये नाता शेरां वालिए हो हो,
मैं बालक तू माता शेरां वालिए,
है अटूट ये नाता शेरां वालिए,
शेरां वालिए माँ, पहाड़ा वालिए माँ,
मेहरा वालिये माँ, ज्योतां वालिये माँ,
मैं बालक तू माता शेरां वालिए,
है अटूट ये नाता शेरां वालिए हो हो,
मैं बालक तू माता शेरां वालिए
है अटूट ये नाता शेरां वालिए
तेरी ममता मिली है मुझको,
तेरा प्यार मिला है,
तेरे आँचल की छाया में,
मन का फूल खिला है,
तुने बुद्धि, तुने साहस,
तुने बुद्धि, तुने साहस तुने ज्ञान दिया,
मस्तक ऊँचा करके जीने के वरदान दिया माँ,
तू है भाग्य विधाता शेरां वालिए,
मैं बालक तू माता शेरा वालिए,
शेरां वालिए माँ, पहाड़ा वालिए माँ,
मेहरा वालिये माँ, ज्योतां वालिये माँ,
मैं बालक तू माता शेरां वालिए,
है अटूट ये नाता शेरां वालिए,
जब से दो नैनो में तेरी पावन ज्योत समायी,
मंदिर मंदिर तेरी मूरत देने लगी दिखाई,
ऊँचे पर्वत पर मैंने भी डाल दिया है डेरा,
निस दें करे जो तेरी सेवा मैं वो दास हूँ तेरा,
रहूँ तेरे गुण गाता शेरां वालिए,
मैं बालक तू माता शेरां वालिए,
शेरां वालिए माँ, पहाड़ा वालिए माँ,
मेहरा वालिये माँ, ज्योतां वालिये माँ,
मैं बालक तू माता शेरां वालिए,
है अटूट ये नाता शेरां वालिए हो हो,
मैं बालक तू माता शेरा वालिए,
है अटूट ये नाता शेरा वालिए,
जय शेरावाली, जय भवनावाली,
जय मेहरावाली जय ज्योतांवाली,
इस mata ke bhajan lyrics में माता शेरावाली के प्रति विश्वास और भक्ति की गहरी भावनाओं को अभिव्यक्ति किया गया है। यह भजन माता की शक्ति और सुख के प्रतीक के रूप में उनके गुणों की महिमा व्यक्त करता है। भक्त इस भजन के माध्यम से माता के आशीर्वाद को प्राप्त करते हैं और उनके आदर्शों को मानने का संकल्प लेते हैं। इस भजन में माता के प्यार और करुणा के प्रति श्रद्धा का भी जिक्र किया गया है, जिससे भक्त का मानसिक और आध्यात्मिक विकास होता है।
2. आ माँ आ तुझे दिल ने पुकारा भजन लिरिक्स | Aa Maa Aa Tujhe Dil Ne Pukara Bhajan Lyrics
आ माँ आ तुझे दिल ने पुकारा ।
दिल ने पुकारा तू है मेरा सहारा माँ ॥
शेरांवाली, जोतांवाली, मेहरांवाली माँ ।
आ माँ आ तुझे दिल ने पुकारा ॥
प्रेम से बोलो, जय माता दी ।
सारे बोलो, जय माता दी ।
मिल के बोलो, जय माता दी ।
फिर से बोलो, जय माता दी ।मैंने मन से तेरी पूजा की है सांझ सवेरे ।
मुझ को दर्शन दे के मैया, भाग जगा दे मेरे ।
मैंने मन से तेरी पूजा की है सांझ सवेरे ।
मुझ को दर्शन दे के मैया, भाग जगा दे मेरे ।
मैया मैया बोले मेरा, मन एक तारा माँ ॥
॥ आ माँ आ तुझे दिल ने पुकारा…॥
तूने ही पाला है मुझको, तू ही मुझे संभाले ।
तूने ही मेरे जीवन मे, पल पल किये उजाले ।
तूने ही पाला है मुझको, तू ही मुझे संभाले ।
तूने ही मेरे जीवन मे, पल पल किये उजाले ।
चरणों मे तेरे मैंने, तन मन वारा माँ ॥
॥ आ माँ आ तुझे दिल ने पुकारा…॥
मान ले मेरी विनती मैया, एक झलक दिखला दे ।
रूप की शीतल किरणों से नयनो के द्वार सजा दे ।
मान ले मेरी विनती मैया, एक झलक दिखला दे ।
रूप की शीतल किरणों से नयनो के द्वार सजा दे ।
नो को रूप तेरा लगता है प्यारा माँ ॥
॥ आ माँ आ तुझे दिल ने पुकारा…॥
जय माता दी, जय माता दी ।
कष्ट निवारे, शेरों वाली ।
पार लगादे, शेरों वाली ।
है दुःख हरनी, शेरों वाली ।
बिगड़ी बना दे, शेरों वाली ।
प्रेम से बोलो, जय माता दी ।
सारे बोलो, जय माता दी ।
जोर से बोलो, जय माता दी ।
इस durga bhajan lyrics में माता की भक्ति और महिमा का गुणगान किया गया है। भक्तजन माता रानी के प्रति अपनी भक्ति व्यक्त करते हैं और माता रानी को हृदय से आवाज़ देते हैं। इस भजन के माध्यम से भक्ति की भावना को महसूस किया जा सकता है। माता रानी के सान्निध्य और दुलार से संपन्न भक्त स्वयं को भाग्यशाली महसूस करते हैं। इसके अलावा, भक्त इस भजन के माध्यम से माता के आशीर्वाद की प्राप्ति की इच्छा व्यक्त करते हैं और उनकी भक्ति का संकल्प लेते हैं।
3. सुनो सुनो एक कहानी सुनो भजन लिरिक्स | Suno Suno Ek Kahani Bhajan Lyrics
सुनो सुनो सुनो सुनो,
सुनो सुनो एक कहानी सुनो,
सुनो सुनो एक कहानी सुनो।
ना राजा की ना रानी की,
ना आग हवा ना पानी की,
ना कृष्णा की ना राधा रानी की,
दूध छलकता है आँचल से,
हो ओ ओ,
दूध छलकता है आँचल से,
आँख से बरसे पानी,
माँ की ममता की है ये कहानी,
सुनो सुनो एक कहानी सुनो।
एक भक्त जो दीन हीन था,
कटरे में रहता था,
माँ के गुण गाता था,
माँ के चरण सदा रहता था।
सुनो सुनो सुनो सुनो,
सुनो सुनो एक कहानी सुनो,
सुनो सुनो एक कहानी सुनो।
एक बार भैरव ने,
उससे कहा की कल आएंगे,
कई साधुओ सहित,
तुम्हारे घर खाना खाएंगे,
माँ के भक्त ने सोचा,
कैसे उनका आदर होगा,
बिन भोजन के,
साधुजनों का,
बड़ा निरादर होगा।
सुनो सुनो सुनो सुनो,
सुनो सुनो एक कहानी सुनो,
सुनो सुनो एक कहानी सुनो।
माता से विनती की उसने,
अन्न कहाँ से लाऊँ,
मैं तो खुद भूखा हूँ,
भोजन कैसे उन्हें खिलाऊँ,
माँ ने कहा तू चिंता मत कर,
कल तु उन्हें बुलाना,
उनके साथ ये सारा गाँव,
खाएगा तेरा खाना।
सुनो सुनो सुनो सुनो,
सुनो सुनो एक कहानी सुनो,
सुनो सुनो एक कहानी सुनो।
नमन किया उसने माता को,
आ गया घर बेचारा,
दूजे दिन देखा क्या उसने,
भरा है सब भंडारा।
सुनो सुनो सुनो सुनो,
सुनो सुनो एक कहानी सुनो,
सुनो सुनो एक कहानी सुनो।
उस भैरव ने जिसने ये,
सारा षडयंत्र रचाया,
कई साधुओ सहित जीमने,
घर उसके वो आया,
अति शुद्ध भोजन को देख के,
बोला माँस खिलाओ,
जाओ हमारे लिए कहीं से,
मदिरा ले कर आओ।
सुनो सुनो सुनो सुनो,
सुनो सुनो एक कहानी सुनो,
सुनो सुनो एक कहानी सुनो।
आग बबूला हो गया जब,
उसने देखा भंडारा,
क्रोध से भरके जोर से,
उसने माता को ललकारा,
माँ आई तो उसने कस के,
माँ के हाथ को पकड़ा,
हाथ छुड़ा कर भागी माता,
देख रहा था कटरा।
अपनी रक्षा के खातिर,
एक चमत्कार दिखलाया,
वो स्थान छुपी जहां माता,
गर्भजून कहलाया,
नो मास का छुपकर माँ ने,
वही समय गुजारा,
समय हुआ पूरा तब माँ ने,
भैरव को संहारा,
धड़ से सर को जुदा किया,
थी ज्वाला माँ के अंदर,
जहा गिरा सर भैरव का,
वहां बना है भैरव मंदिर।
सुनो सुनो सुनो सुनो,
सुनो सुनो एक कहानी सुनो,
सुनो सुनो एक कहानी सुनो।
अपरम्पार है माँ की महिमा,
जो कटरे में आये,
माँ के दर्शन करके फिर,
भैरव के मंदिर जाये।
सुनो सुनो सुनो सुनो,
सुनो सुनो सुनो सुनो,
सुनो सुनो एक कहानी सुनो।
सुनो सुनो सुनो सुनो,
सुनो सुनो एक कहानी सुनो,
ना राजा की ना रानी की,
ना आग हवा ना पानी की,
ना कृष्णा की,
ना राधा रानी की,
दूध छलकता है आँचल से,
हो ओ ओ,
दूध छलकता है आँचल से,
आँख से बरसे पानी,
माँ की ममता की है ये कहानी,
सुनो सुनो एक कहानी सुनो।
सुनो सुनो सुनो सुनो,
सुनो सुनो एक कहानी सुनो,
सुनो सुनो एक कहानी सुनो।
यह mata rani ke bhajan lyrics कहानी और गायन के द्वारा माता की महिमा और भक्ति को अद्वितीय रूप से प्रकट करती है। यह कहानी एक भक्त के जीवन को दर्शाती है, जो माता के प्रति अपनी गहरी भक्ति का पालन करता है। भजन में, माता की ममता और कृपा का अद्वितीय आदर्श दुनिया के समक्ष प्रकट होता है। इस कहानी में भक्त अपने आदर्शों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को प्रकट करते हैं और माता के आशीर्वाद की कामना करते हैं। इसके अलावा, इस कहानी में माता की अद्वितीय शक्तियों का भी उल्लेख किया गया है, जो अपने भक्त की रक्षा करने के लिए उनके साहस को दर्शाती हैं।
4. भोर भई दिन चढ़ गया मेरी अम्बे भजन लिरिक्स | Bhor Bhai Din Chad Gaya Meri Ambe Bhajan Lyrics
भोर भई दिन चढ़ गया मेरी अम्बे
भोर भई दिन चढ़ गया मेरी अम्बे
हो रही जय जय कार
मंदिर विच आरती जय माँ
हे दरबारा वाली आरती जय माँ
हे पहाड़ा वाली आरती जय माँ
काहे की मैया तेरी आरती बनावा
काहे की मैया तेरी आरती बनावा
काहे की पावां विच बाती
मंदिर विच आरती जय माँ
सुहे चोले वाली आरती जय माँ
हे पहाड़ा वाली आरती जय माँ
सर्व सोने दी आरती बनावा
सर्व सोने दी आरती बनावा
अगर कपूर पावां बाती
मंदिर विच आरती जय माँ
हे माँ पिंडी रानी आरती जय माँ
हे पहाड़ा वाली आरती जय माँ
कौन सुहागन दिवा बालेया मेरी मैया
कौन सुहागन दिवा बालेया मेरी मैया
कौन जागेगा सारी रात
मंदिर विच आरती जय माँ
सच्चिया ज्योतां वाली आरती जय माँ
हे पहाड़ा वाली आरती जय माँ
सर्व सुहागिन दिवा बलिया मेरी मैया
सर्व सुहागिन दिवा बलिया मेरी मैया
ज्योत जागेगी सारी रात
मंदिर विच आरती जय माँ
हे माँ त्रिकुटा रानी आरती जय माँ
हे पहाड़ा वाली आरती जय माँ
जुग जुग जीवे तेरा जम्मुए दा राजा
जुग जुग जीवे तेरा जम्मुए दा राजा
जिस तेरा भवन बनाया
मंदिर विच आरती जय माँ
हे मेरी अम्बे रानी आरती जय माँ
हे पहाड़ा वाली आरती जय माँ
सिमर चरण तेरा ध्यानु यश गावे
जो ध्यावे सो, यो फल पावे
रख बाणे दी लाज
मंदिर विच आरती जय माँ
सोहने मंदिरां वाली आरती जय माँ
हे पहाड़ा वाली आरती जय माँ
भोर भई दिन चढ़ गया मेरी अम्बे
भोर भई दिन चढ़ गया मेरी अम्बे
हो रही जय जय कार
मंदिर विच आरती जय माँ
हे दरबारा वाली आरती जय माँ
हे पहाड़ा वाली आरती जय माँ
हे दरबारा वाली आरती जय माँ
हे पहाड़ा वाली आरती जय माँ
इस माता के भजन लिरिक्स द्वारा माँ अंबे के प्रति भक्ति और आदर का भाव अभिव्यक्त किया गया है। यह भजन उनकी महिमा और शक्तियों की व्याख्या करता है और माँ अंबे के मंदिर में होने वाली आरती का वर्णन करता है। भक्त इस भजन के माध्यम से माँ अंबे के सामने अपनी भक्ति और प्रेम को अभिव्यक्त करता है और उनके आशीर्वाद की प्राप्ति के लिए प्रार्थना करता है। यह भजन माँ अंबे के प्रति भक्त की गहरी भावनाओं को दर्शाता है और उनकी ममता और कृपा की महिमा का गुणगान करता है।
5. नन्हे नन्हे पाँव मेरे ऊँचा पर्वत तेरा भजन लिरिक्स | Nanhe Nanhe Paon Mere Bhajan Lyrics in Hindi
नन्हे नन्हे पाँव मेरे ऊँचा पर्वत तेरा
देख कहीं मैं गिर ना जाऊँ हाथ पकड़ ले मेरा
नन्हे नन्हे पाँव मेरे ऊँचा पर्वत तेरा
देख कहीं मैं गिर ना जाऊँ हाथ पकड़ ले मेरा
माँ फिर से पवन का तू रूप बना के
मुझे अपने द्वारे तू ले चल उड़ा के
नन्हे नन्हे पाँव मेरे ऊँचा पर्वत तेरा
देख कहीं मैं गिर ना जाऊँ हाथ पकड़ ले मेरा
माँ फिर से पवन का तू रूप बना के
मुझे अपने द्वारे तू ले चल उड़ा के
नन्हे नन्हे पाँव मेरे ऊँचा पर्वत तेरा
देख कहीं मैं गिर ना जाऊँ हाथ पकड़ ले मेरा
वैसे तो निकला था मैं आज अकेला
मिला मुझे राहों में दुनिया का मेला
भीड़ में सब के सब हैं तेरे दीवाने
मुझको तेरी धुन है ये कोई ना जाने
सब के मन में माता तेरे दर्शन की अभिलाषा है
सब के मन में माता तेरे दर्शन की अभिलाषा है
तू सबकी जीवन आशा है
जय तेरी माँ, जय तेरी माँ
जय तेरी माँ, जय तेरी माँ
ओ नन्हे नन्हे पाँव मेरे ऊँचा पर्वत तेरा
नन्हे नन्हे पाँव मेरे ऊँचा पर्वत तेरा
देख कहीं मैं गिर ना जाऊँ हाथ पकड़ ले मेरा
माँ फिर से पवन का तू रूप बना के
मुझे अपने द्वारे तू ले चल उड़ा के
नन्हे नन्हे पाँव मेरे ऊँचा पर्वत तेरा
देख कहीं मैं गिर ना जाऊँ हाथ पकड़ ले मेरा
तेरी लगन की मैया है यही कहानी
भूख लगी है मुझको ना पिया है पानी
धूप लगी है छाँव तेरी राहों में
थके ना मेरे पाँव तेरी राहों में
सबके मन में माता तेरे दर्शन की अभिलाषा है
सबके मन में माता तेरे दर्शन की अभिलाषा है
तू सबकी जीवन आशा है
जय तेरी माँ, जय तेरी माँ
जय तेरी माँ, जय तेरी माँ
ओ नन्हे नन्हे पाँव मेरे ऊँचा पर्वत तेरा
नन्हे नन्हे पाँव मेरे ऊँचा पर्वत तेरा
देख कहीं मैं गिर ना जाऊँ हाथ पकड़ ले मेरा
माँ फिर से पवन का तू रूप बना के
मुझे अपने द्वारे तू ले चल उड़ा के
नन्हे नन्हे पाँव मेरे ऊँचा पर्वत तेरा
देख कहीं मैं गिर ना जाऊँ हाथ पकड़ ले मेरा
नाम तेरा ले लेके मैं बढ़ता आया
रुके बिना पर्वत पे मैं चढ़ता आया
आ पहुँचा हूँ मैया मैं भवन पे तेरे
मिलके दूर ना होना नैनो से मेरे
सबके मन में माता तेरे दर्शन की अभिलाषा है
सबके मन में माता तेरे दर्शन की अभिलाषा है
तू सबकी जीवन आशा है
जय तेरी माँ, जय तेरी माँ
जय तेरी माँ, जय तेरी माँ
ओ नन्हे नन्हे पाँव मेरे ऊँचा पर्वत तेरा
नन्हे नन्हे पाँव मेरे ऊँचा पर्वत तेरा
देख कहीं मैं गिर ना जाऊँ हाथ पकड़ ले मेरा
माँ फिर से पवन का तू रूप बना के
मुझे अपने द्वारे तू ले चल उड़ा के
नन्हे नन्हे पाँव मेरे ऊँचा पर्वत तेरा
देख कहीं मैं गिर ना जाऊँ हाथ पकड़ ले मेरा
यह माता के भजन हिन्दी में लिरिक्स माँ दुर्गा के प्रति भक्ति और समर्पण की भावना को अभिव्यक्त करता है। गीत में गायक माँ दुर्गा के ऊंचे पर्वत के पास पहुँचने का वर्णन करते हैं और उनकी भक्ति करते हैं। गीत में माँ दुर्गा के प्रति अटूट विश्वास को दर्शाया गया है। गीत में माँ दुर्गा के आशीर्वाद की प्राप्ति के इच्छुक भक्तजन माता रानी से आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए प्रार्थना करते हैं। यह गीत माँ दुर्गा की महिमा और शक्तियों का बखान करता है और उनके दर्शन की इच्छा को जागृत करता है।
6. मेरी माँ के बराबर कोई नहीं भजन लिरिक्स | Meri Maa Ke Barabar Koi Nahi Lyrics
ऊँचा है भवन, ऊँचा मन्दिर
ऊँची है शान मईया तेरी
चरणों में झुके बादल भी तेरे
पर्वत पे लगे शैया तेरी
हे कालरात्रि, हे कल्याणी
तेरा जोड़ धरा पर कोई नहीं
मेरी माँ के बराबर कोई नहीं
मेरी माँ के बराबर कोई नहीं
तेरी ममता से जो गहरा हो
ऐसा तो सागर कोई नहीं
मेरी माँ के बराबर कोई नहीं
मेरी माँ के बराबर कोई नहीं
जैसे धारा और नदियां
जैसे फूल और बगिया
मेरे इतने ज़्यादा पास है तू
जब ना होगा तेरा आँचल
नैना मेरे होंगे जल-थल
जायेंगे कहाँ फिर मेरे आंसू
दुःख दूर हुआ मेरा सारा
अंधियारों में चमका तारा
नाम तेरा जब भी है पुकारा
सूरज भी यहाँ है चंदा भी
तेरे जैसा उजागार कोई नहीं
मेरी माँ के बराबर कोई नहीं
मेरी माँ के बराबर कोई नहीं
हे कालरात्रि, हे कल्याणी
तेरा जोड़ धरा पर कोई नहीं
मेरी माँ के बराबर कोई नहीं
मेरी माँ के बराबर कोई नहीं
तेरे मंदिरों में माई
मैंने ज्योत क्या जलायी
हो गया मेरे घर में उजाला
क्या बताऊँ तेरी माया
जब कभी मैं लड़खड़ाया
तूने 10 भुजाओं से सम्भाला
खिल जाती है सूखी डाली
भर जाती है झोली खली
तेरी ही मेहर है मेहरवाली
ममता से तेरी बढ़के मईया
मेरी तो धरोहर कोई नहीं
मेरी माँ के बराबर कोई नहीं
मेरी माँ के बराबर कोई नहीं
हे कालरात्रि, हे कल्याणी
तेरा जोड़ धरा पर कोई नहीं
मेरी माँ के बराबर कोई नहीं
मेरी माँ के बराबर कोई नहीं
तेरी ममता से जो गहरा हो
ऐसा तो सागर कोई नहीं
मेरी माँ के बराबर कोई नहीं
मेरी माँ के बराबर कोई नहीं
मेरी माँ के बराबर कोई नहीं
मेरी माँ के बराबर कोई नहीं
मेरी माँ, मेरी माँ
मेरी माँ, मेरी माँ
मेरी माँ के बराबर कोई नहीं
यह durga bhajan lyrics माँ कालरात्रि की महिमा और शक्तियों का गुणगान करता है और इसमें गायक माँ कालरात्रि के दिव्य स्वरूप को भव्य रूप से दर्शाता है। गीत में माँ कालरात्रि की कृपा और महिमा का वर्णन किया गया है और वे असीमित आकाश के समान हैं। गीत के माध्यम से माँ कालरात्रि के प्रति गहरी भक्ति और समर्पण की भावना जागृत होती है और गायक उनके महत्वपूर्ण स्वरूप को अपने शब्दों से भक्तों के मन में उजागर करने का प्रयास करते हैं। गीत में माँ कालरात्रि के आशीर्वाद की प्राप्ति के लिए अपनी इच्छा व्यक्त की गयी है और उनके भक्तों के प्रति स्नेह को प्रदर्शित किया गया है।
7. अमृत की बरसे बदरिया भजन लिरिक्स| Amrit Ki Barse Badariya Lyrics
जय हो
अमृत की बरसे बदरिया अम्बे माँ की दुअरिया
अमृत की बरसे बदरिया अम्बे माँ की दुअरिया
देखो अमृत की बरसे बदरिया अम्बे माँ की दुअरिया
अमृत की बरसे बदरिया अम्बे माँ की दुअरिया
दातुर मोर पपीहा बोले
दातुर मोर पपीहा बोले
पपीहा बोले, पपीहा बोले
पपीहा बोले, पपीहा बोले
दातुर मोर पपीहा बोले
कूके, कूके
कूके काली कोयलिया
अम्बे माँ की दुअरिया
कूके काली कोयलिया
अम्बे माँ की दुअरिया
अमृत की बरसें बदरिया
ओये मेरी माँ की दुअरिया
अमृत की बरसें बदरिया
ओये मेरी माँ की दुअरिया
शीश मुकुट कानों में कुण्डल
शीश मुकुट कानों में कुण्डल
शीश मुकुट कानों में कुण्डल
सोवे, सोवे
सोवे लाल चुनरिया
अम्बे माँ की दुअरिया
सोवे लाल चुनरिया
अम्बे माँ की दुअरिया
अमृत की बरसें बदरिया
ओये मेरी माँ की दुअरिया
अमृत की बरसें बदरिया
मेरी माँ की दुअरिया
माथे की बिन्दिया चम चम चमके
माथे की बिन्दिया चम चम चमके
चम-चम चमके चम-चम चमके
चम-चम चमके चम-चम चमके
माथे की बिन्दिया चम चम चम चम चमके
जैसे, जैसे
जैसे गगन में बिजुरिया
अम्बे माँ की दुअरिया
जैसे गगन में बिजुरिया
अम्बे माँ की दुअरिया
अमृत की बरसें बदरिया
ओये मेरी माँ की दुअरिया
अमृत की बरसें बदरिया
मेरी माँ की दुअरिया
सूरज चन्दा आरती उतारे
सूरज चन्दा आरती उतारे
सूरज चन्दा आरती उतारे
सूरज चन्दा आरती उतारे
पवन, पवन
पवन बुहारे डगरिया
मेरी माँ माँ की दुअरिया
पवन बुहारे डगरिया
मेरी माँ माँ की दुअरिया
अमृत की बरसें बदरिया
अम्बे माँ की दुअरिया
अमृत की बरसें बदरिया
अम्बे माँ की दुअरिया
ब्रम्हा बिष्णु शंकर नाचे
ब्रम्हा बिष्णु शंकर नाचे
शंकर नाचे भोला नाचे
शंकर नाचे भोला नाचे
होये ब्रम्हा बिष्णु शंकर नाचे
मोहन ,मोहन
मोहन बजाये बाँसुरिया
मेरी माँ की दुअरिया
मोहन बजाये बाँसुरिया
मेरी माँ की दुअरिया
अमृत की बरसें बदरिया
मेरी माँ की दुअरिया
अमृत की बरसें बदरिया
मेरी माँ की दुअरिया
ओये प्रेम से बोलो, जय माता दी
ओये सारे बोलो, जय माता दी
ओये आते बोलो, जय माता दी
ओये जाते बोलो, जय माता दी
ओए कष्ट निवारे, जय माता दी
माँ पार उतारे, जय माता दी
मेरी माँ भोली, जय माता दी
भर देती झोली, जय माता दी
माँ जोड़े दर्पण, जय माता दी
माँ देदे दर्शन, जय माता दी
ओ जय माता दी, जय माता दी
जय माता दी, जय माता दी
इस mata ke bhajan lyrics के माध्यम से मां दुर्गा की महिमा और भक्ति का अभिवादन किया गया है। इस गीत में मां दुर्गा को अमृत की बरसात, प्राकृतिक सौंदर्य, और शक्ति का प्रतीक माना गया है। गीत में उनकी महिमा गायी गयी है और भक्ति के साथ उनकी स्तुति की गयी है। माता रानी के भजन लिखित में भक्तगण अपनी भक्ति और समर्पण की भावना को व्यक्त करते हैं। गीत में उनकी भक्ति की गहराई और मां दुर्गा की महिमा को जीवंत किया गया है और उनकी स्तुति की गई है।
8. बेटा जो बुलाए माँ को आना चाहिए भजन लिरिक्स | Beta Jo Bulaye Bhajan Lyrics
मैया जी के चरणों मे ठिकाना चाहिए
बेटा जो बुलाए माँ को आना चाहिए
बेटा जो बुलाए माँ को आना चाहिए
हो मैया जी के चरणों मे ठिकाना चाहिए
बेटा जो बुलाए माँ को आना चाहिए
बेटा जो बुलाए माँ को आना चाहिए
हो बेटा जो बुलाए माँ को आना चाहिए
बेटा जो बुलाए माँ को आना चाहिए
सुन लो ऐ माँ के प्यारो, तुम प्रेम से पुकारो
आएगी शेरावाली, जगदम्बे मेहरावाली
वो देर ना करेगी, झोली सदा भरेगी
पूरी करेगी आशा, मिट जायेगी निराशा
बिगड़े कर्म सवारे, भव से वो सब को तारे
बिगड़े कर्म सवारे, भव से वो सब को तारे
हो श्रद्धा और प्रेम से ध्याना चाहिए
बेटा जो बुलाए माँ को आना चाहिए
बेटा जो बुलाए माँ को आना चाहिए
तिरलोक चंद राजा, था भक्त वो भी माँ का
जो बंदगी बिछायी संग खेले महामाई
देखा जो बूंद पानी, कहने लगा भवानी
पानी कहाँ से आया, कैसी रचाई माया
कैसा यह माजरा है, मेरा तो दिल डरा है
माँ इसका राज़ खोलो, अब कुछ तो मुह से बोलो
कहने लगी भवानी, ऐ मूल अज्ञानी
मुझ को ना आजमाओ, पानी को भूल जाओ
जिद्द ना करो ऐ राजा, कुछ तो डरो ऐ राजा
बोला वो अभिमानी, मैंने भी मन मे ठानी
के राज़ जान लूँगा, हर बात मान लूँगा
तब मैया बोली, राजा ना भूल जाना वादा
सच सच तो मै कहूँगी, फिर पास ना रहूंगी
सागर मे डोले नैया, मेरा भक्त बोले मैया
हर दम तुझे ध्याऊं, फिर भी मै डूब जाऊं
कश्ती बचाओ माता, श्रद्धा दिखाओ माता
मै उसकी भी तो माँ थी, यहाँ भी थी वहां भी
चंचल सूना कहानी, गायब हुई भवानी
पछता रहा था राजा, चिल्ला रहा था राजा
पछता रहा था राजा, चिल्ला रहा था राजा
हो शक्ति को ना कभी आजमाना चाहिए
बेटा जो बुलाए माँ को आना चाहिए
बेटा जो बुलाए माँ को आना चाहिए
हो मैया जी के चरणों मे ठिकाना चाहिए
बेटा जो बुलाए माँ को आना चाहिए
बेटा जो बुलाए माँ को आना चाहिए
हो बेटा जो बुलाए माँ को आना चाहिए
बेटा जो बुलाए माँ को आना चाहिए
इस mata rani ke bhajan lyrics में गायक माँ शेरावाली की पूजा करता है। इस भजन में भक्तों की माता रानी में अटूट आस्था को दर्शाया गया है। गायक कह रहे हैं कि उनका सच्चा ठिकाना माँ के पावन चरणों में है। माता रानी के भजन लिखित में माता से प्रार्थना की गयी है कि बच्चों के बुलाने पर माता को अवश्य आना चाहिए। इस भजन में गायक भक्ति, प्रेम, और श्रद्धा की भावना को व्यक्त करते हैं और माँ की महिमा की स्तुति करते हैं। भक्तों को पूजा और प्रेम से माता का नाम जपने को कहा गया है। इसके अलावा, भजन में एक किंवदंती भी दी गई है जो यह सिखाती है कि माता के प्रति प्रेम और समर्पण से, हर समस्या को हल हो जाती है।
9. करती मेहरबानीयाँ भजन लिरिक्स | Karti Meherbaniya Bhajan Lyrics
सर को झुकालो
सर को झुकालो, शेरावाली को मनालो
चलो दर्शन पा लो चल के
करती मेहरबानीयाँ, करती मेहरबानीयाँ
करती मेहरबानीयाँ, करती मेहरबानीयाँ
गुफा के अन्दर, मन्दिर के अन्दर
माँ की ज्योतां है नुरानियाँ
सर को झुकालो, शेरावाली को मनालो
चलो दर्शन पा लो चल के
करती मेहरबानीयाँ, करती मेहरबानीयाँ
करती मेहरबानीयाँ, करती मेहरबानीयाँ
मैया की लीला, देखो पर्बत है नीला
मैया की लीला, देखो पर्बत है नीला
गरजे शेर छबीला रंग जिसका है पीला
गरजे शेर छबीला रंग जिसका है पीला
ओ रंगीला
कठिन चढाईयां, माँ सीढ़ियां लाइयाँ
ये है मैया की निशानियां
सर को झुकालो, शेरावाली को मनालो
चलो दर्शन पा लो चल के
करती मेहरबानीयाँ, माँ करती मेहरबानीयाँ
हो करती मेहरबानीयाँ, करती मेहरबानीयाँ
कष्टों को हरती, मैया मंगल है करती
कष्टों को हरती, मैया मंगल है करती
मैया शेरों वाली का दुनिया पानी है भरती
मैया शेरों वाली का दुनिया पानी है भरती
दुःख हरती
अजब नज़ारे माता के द्वारे
और रुत्ता मस्तानीय
सर को झुकालो, शेरावाली को मनालो
चलो दर्शन पा लो चल के
करती मेहरबानीयाँ, करती मेहरबानीयाँ
हो करती मेहरबानीयाँ, माँ करती मेहरबानीयाँ
कोढ़ी को काया, देवे निर्धन को माया
कोढ़ी को काया, देवे निर्धन को माया
करती आचल की छाया भिखारी बन के जो आया
करती आचल की छाया भिखारी बन के जो आया
चला चल
माँ के द्वारे कटे संकट सारे
मिट जाए परशानियाँ
सर को झुकालो, शेरावाली को मनालो
चलो दर्शन पा लो चल के
करती मेहरबानीयाँ, करती मेहरबानीयाँ
हो करती मेहरबानीयाँ, करती मेहरबानीयाँ
इस माता के भजन हिन्दी में लिरिक्स द्वारा गायक भक्तों को माता शेरावाली के समक्ष नतमस्तक होने को कहते हैं और माता की महिमा की स्तुति करने को कह रहे हैं। भजन में वे कह रहे हैं कि सभी भक्तों को अपने सर को माँ के सामने झुकाना चाहिए और माँ की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए उन्हें माँ की भक्ति करनी चाहिए। माता के भक्तों को भक्ति के माध्यम से माता रानी के दर्शन करने का सुनहरा अवसर मिलता है। इस भजन में माँ की शक्तियों, उनकी करुणा और उनके आदर्शों की महिमा को बताया गया है और वे भक्तों को माँ की पूजा और भक्ति का संदेश देते हैं।
10. तेरे दरबार में मैया खुशी मिलती है भजन लिरिक्स | Tere Darbar Me Maiya Khushi Milti Hai Bhajan Lyrics
तेरी छाया मे, तेरे चरणों मे,
मगन हो बैठूं, तेरे भक्तो मे॥
तेरे दरबार मे मैया खुशी मिलती है,
जिंदगी मिलती है रोतों को हँसी मिलती है॥
इक अजब सी मस्ती तन मन पे छाती है,
हर इक जुबां तेरे ओ मैया गीत गाती है,
बजते सितारों से मीठी पुकारो से,
गूंजे जहाँ सारा तेरे ऊँचे जयकारो से,
मस्ती मे झूमे तेरा दर चूमे,
तेरे चारो तरफ दुनिया ये घुमे,
ऐसी मस्ती भी भला क्या कहीं मिलती है,
तेरे दरबार मे मैया खुशी मिलती है॥
मेरी शेरों वाली माँ तेरी हर बात अच्छी है,
करनी की पूरी है माता मेरी सच्ची है,
सुख-दुख बँटाती है अपना बनाती है,
मुश्किल मे बच्चे को माँ ही काम आती है,
रक्षा करती है भक्त अपने की,
बात सच्ची करती उनके सपनो की,
सारी दुनिया की दौलत यही मिलती है,
तेरे दर बार मे मैया खुशी मिलती है॥
रोता हुआ आये जो हँसता हुआ जाता है,
मन की मुरादो को वो पाता हुआ जाता है,
किस्मत के मारो को रोगी बीमारों को,
करदे भला चंगा मेरी माँ अपने दुलारौ को,
पाप कट जाये चरण छूने से,
महकती है दुनिया माँ धुने से,
फिर तो माँ ऐसी कभी क्या कहीं मिलती है,
तेरे दरबार मे मैया खुशी मिलती है॥
इस mata ke bhajan lyrics में गायक बताते हैं कि भक्तों को माता के दरबार में ही सच्ची ख़ुशी मिलती है। माता की कृपा से निर्धन को धन, रोगी को स्वास्थ्य, भक्तों को भक्ति तथा रंक को राज मिलता है। इस भजन में गायक माता दुर्गा की महिमा और पूजा के महत्व को गाता है। भक्त इस भजन के माध्यम से माता के चरणों में अपनी भक्ति करते हैं। इस गीत में माता के दरबार का शब्दों के माध्यम से सुन्दर चित्रण प्रस्तुत किया गया है। यह भक्तों के मन में माता के प्रति विश्वास और आस्था को प्रगाढ़ करता है। भजन के शब्द और भावना माता की महिमा को सुंदरता से व्यक्त करते हैं और भक्तों को माता के दर्शन का महत्व समझाते हैं।
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