Chanchal Sharma

रुद्राक्ष क्या होता है? जानिए इसकी उत्पत्ति, महत्व, दिव्यता और चमत्कारी लाभ|

_रुद्राक्ष

Rudraksha: क्या होता है रुद्राक्ष? कैसे हुआ उत्पन्न? जानें इसका महत्व और धारण करने का नियम रुद्राक्ष क्या है? ‘रुद्राक्ष’ शब्द दो भागों से मिलकर बना है—‘रुद्र’ और ‘अक्ष’।‘रुद्र’ का अर्थ है भगवान शिव और ‘अक्ष’ का अर्थ है आंखें (अश्रु)।इसका अर्थ हुआ—भगवान शिव के आंसुओं से उत्पन्न हुआ बीज या फल। रुद्राक्ष एक प्रकार …

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अन्नपूर्णा स्तोत्रम् – Annapoorna Stotram

माता अन्नपूर्णा

माता अन्नपूर्णा का परिचय और उनकी उत्पत्ति की कथा | Mata Annapurna Story in Hindi माता अन्नपूर्णा कौन हैं? माता अन्नपूर्णा हिंदू धर्म में अन्न और पोषण की देवी मानी जाती हैं। ‘अन्न’ का अर्थ है भोजन और ‘पूर्णा’ का अर्थ है संपूर्ण या परिपूर्ण। इस प्रकार माता अन्नपूर्णा का नाम ही यह दर्शाता है …

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माता भिमेश्वरी देवी Mata Bhimeshwari Devi बेरी वाली माता Maa Beri wali – एक प्राचीन शक्तिपीठ

mata beri wali ki photo

माता बेरी वाली भीमेश्वरी देवी का मंदिर बेरी झज्जर, हरियाणा में स्थित एक प्राचीन शक्तिपीठ है। भारत की संस्कृति में शक्ति की उपासना का विशेष स्थान रहा है। देश के कोने-कोने में देवी के विविध रूपों की पूजा होती है, जो आस्था, शक्ति और चमत्कार की प्रतीक होती हैं। हरियाणा के झज्जर जिले के बेरी …

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नवरात्रि में माता रानी की पूजा कैसे करें? नियम, विधि, मंत्र, लाभ और आधुनिक उपाय – सम्पूर्ण मार्गदर्शिका

नवरात्रि में माता रानी की पूजा

नवरात्रि का महत्व और पृष्ठभूमि नवरात्रि क्या है? “नवरात्रि” संस्कृत शब्द है, जिसका शाब्दिक अर्थ है नौ रातें। यह पर्व देवी दुर्गा के नौ स्वरूपों की उपासना के लिए समर्पित होता है। यह समय शक्ति, भक्ति और साधना का होता है, जिसमें भक्तगण नौ दिनों तक देवी के विभिन्न रूपों की पूजा करते हैं। नवरात्रि …

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 घर की किस दिशा में शीशा (आईना) लगाना चाहिए? जानें वास्तु नियम  के अनुसार।

शीशा(आईना) और वास्तु नियम

घर की इस दिशा में लगाएं शीशा(आईना) दिन-दूनी रात चौगुनी होगी तरक्की और धनवर्षा, बनने लगेंगे बिगड़े काम भारतीय वास्तु शास्त्र एक प्राचीन विज्ञान है जो जीवन के हर पहलू को सकारात्मक ऊर्जा के साथ जोड़ता है। घर की बनावट से लेकर उसमें इस्तेमाल होने वाले प्रत्येक वस्तु की दिशा, स्थिति और स्थान का गहरा …

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घर के विभिन्न कमरों के लिए वास्तु शास्त्र के प्रभावी उपाय कौन-कौन से हैं?

घर के कमरों के लिए वास्तु उपाय

घर के कमरों के लिए वास्तु शास्त्र के प्रभावी उपाय वास्तु शास्त्र केवल एक प्राचीन विज्ञान नहीं, बल्कि एक जीवनशैली है जो हमारे जीवन में सुख, समृद्धि और स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए मार्गदर्शन करता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार घर के हर कोने, हर दिशा और हर कमरे का अपना एक विशेष महत्व …

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वास्तु शास्त्र के अनुसार घर की सीढ़ियां कैसे बनाएं?

घर की सीढ़ियों

वास्तु में घर की सीढ़ियों के निर्माण में  इंद्र, रज और यम का रखें विशेष ध्यान वास्तु शास्त्र भारतीय संस्कृति और परंपराओं का एक महत्वपूर्ण अंग है। यह न केवल घर, मंदिर और भवनों के निर्माण में उपयोग किया जाता है, बल्कि घर के अंदर विभिन्न संरचनाओं को बनाने में भी इसका गहरा महत्व होता …

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वास्तु शास्त्र और आयुर्वेद का संबंध: एक वैज्ञानिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण

वास्तु शास्त्र और आयुर्वेद

वास्तु शास्त्र और आयुर्वेद का गहरा संबंध क्या है? वास्तु शास्त्र और आयुर्वेद दोनों ही प्राचीन भारतीय विद्याएँ हैं जो मानव जीवन को सुखमय और स्वस्थ बनाने के लिए बनी हैं। ये दोनों विधाएँ प्रकृति के सिद्धांतों पर आधारित हैं और विशेष रूप से तत्वों (पंचमहाभूत) का महत्व समझती हैं। जहाँ वास्तु शास्त्र घर और …

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प्रकृति और वास्तु: पेड़-पौधों का प्रभाव एवं उनका महत्व

प्रकृति और वास्तु

प्रकृति और वास्तु – सकारात्मक ऊर्जा और पेड़-पौधे प्रकृति और वास्तु का गहरा संबंध है। वास्तु शास्त्र में प्रकृति को संतुलित रखने और सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त करने के लिए विभिन्न दिशाओं, तत्वों और संरचनाओं का उपयोग किया जाता है। पेड़-पौधों का घर और वातावरण पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है। इनका सही स्थान पर होना न …

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पूजा घर और मंदिर वास्तु: सही स्थान और मूर्तियों की स्थापना के नियम

पूजा घर और मंदिर वास्तु

पूजा घर और मंदिर वास्तु वास्तु शास्त्र भारतीय संस्कृति का एक अभिन्न हिस्सा है, जो घर में सकारात्मक ऊर्जा और शांति बनाए रखने में सहायक होता है। घर में पूजा स्थल या मंदिर का सही स्थान और वहां मूर्तियों की स्थापना के नियमों का पालन करना अत्यंत आवश्यक होता है। इससे न केवल आध्यात्मिक उन्नति …

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