गणेश भजन लिरिक्स | Ganesh Bhajan Lyrics
इस ब्लॉग में हिंदी में लिखे गए “Ganesh bhajan lyrics” आपके समक्ष प्रस्तुत हैं। ये गणेश भजन लिरिक्स आपके मन में भगवान गणेश के प्रति भक्ति भाव को जागृत करने का माध्यम हैं और इन Ganpati bhajan lyrics द्वारा आप स्वयं को गणेश जी के निकट महसूस करेंगे ।
इन भजनों के बोल और धुन आपके मन और आत्मा में भक्ति भाव का संचार करेंगे । आप इन भजनों का आनंद लें और भगवान गणेश जी की भक्ति में खो जाएँ।
1. घर में पधारो गजानन जी मेरे घर में पधारो लिरिक्स | Ghar Me Padharo Gajanan Ji Mere Ghar Me Padharo Lyrics
घर में पधारो गजानन जी मेरे घर में पधारो
रिद्धि सिद्धि लेके आओ गणराजा मेरे घर में पधारो
राम जी आना लक्ष्मण जी आना
संग में लाना सीता मैया
मेरे घर में पधारो घर में पधारो गजानन जी…
ब्रम्हा जी आना विष्णु जी आना
भोले शंकर जी को ले आना
मेरे घर में पधारो घर में पधारो गजानन जी…
लक्ष्मी जी आना गौरी जी आना
सरस्वती मैया को ले आना
मेरे घर में पधारो घर में पधारो गजानन जी…
विघन को हरना मंगल करना
कारज शुभ कर जाना
मेरे घर में पधारो घर में पधारो गजानन जी…
इस ganesh bhajan lyrics में गायक गणेश जी को अपने घर में आने के लिए प्रार्थना कर रहे हैं। वे Ganpati Bhajan lyrics के माध्यम से उनको रिद्धि और सिद्धि के साथ अपने घर में आने के लिए आमंत्रित कर रहे हैं। गाने में विभिन्न देवताओं को भी आमंत्रित किया गया है, जैसे कि राम, लक्ष्मण, सीता, ब्रम्हा, विष्णु, भोले शंकर, लक्ष्मी, गौरी और सरस्वती।
गायक सभी देवी – देवताओं को गणेश जी के साथ आकर उनके घर में मंगल करने और विघ्नों को हरने के लिए प्रार्थना करते हैं।
2.सजा दो घर को गुलशन सा मेरे गणराज आये है लिरिक्स | Saja Do Ghar Ko Gulshan Sa Mere Ganaraj aaye Hai Lyrics
सजा दो घर को गुलशन सा
मेरे गणराज आये हैं
लगी कुटिया भी दुल्हन सी
मेरे गणराज आये हैं
पखारो इनके चरणों को
बहाकर प्रेम की गंगा
बिछा दो अपनी पलकों को
मेरे गणराज आये हैं
उमड़ आयी मेरी आँखे
देखकर अपने बाबा को
हुयी रोशन मेरी गलिया
मेरे गणराज आये हैं
तुम आकर फिर नही जाना
मेरी इस सुनी दुनिया से
कहू हरदम यही सबसे
मेरे गणराज आये हैं
लगी कुटिया भी दुल्हन सी
मेरे गणराज आये है
सजा दो घर को गुलशन सा
मेरे गणराज आये हैं
इस Ganesh Ji Ke Bhajan Lyrics में गायक गणेश जी का स्वागत कर रहे हैं। उनके आगमन से उनके घर का स्वरुप गुलशन जैसा हो गया है और उनके आगमन को दुल्हन के आगमन के समान सौभाग्यपूर्ण माना जा गया है। गाने में गणेश जी के चरणों की पूजा की जा रही है और उनसे प्रेम की गंगा को बहाने का आग्रह किया गया है। “Hindi bhajan lyrics गणेश जी के भजन” में गायक अपने भगवान के आगमन से हर्षित हैं और उनकी आँखों में खुशी के आँसू हैं।
गाने के माध्यम से यह भी कहा गया है कि गणेश जी के आगमन के साथ ही इस सुनी दुनिया में रौशनी आ गई है। गाने का संदेश यह है कि गणेश जी के आगमन के साथ खुशियां और सौभाग्य आता है, और उनकी कृपा से ही जीवन में खुशियां बरसती हैं।
3. : रिद्धि सिद्धि के दाता सुनो गणपति लिरिक्स | Riddhi Siddhi Ke Daata Lyrics
रिध्दि सिद्धि के दाता सुनो गणपति,
आपकी मेहरबानी हमें चाहिये,
पहले सुमिरन करूँ गणपति आपका,
लब पे मीठी सी वाणी हमें चाहिये,
रिध्दि सिद्धि के दाता सुणो गणपति।
रिध्दि सिद्धि के दाता सुनो गणपति,
आपकी मेहरबानी हमें चाहिये,
पहले सुमिरन करूँ गणपति आपका,
लब पे मीठी सी वाणी हमें चाहिये,
रिध्दि सिद्धि के दाता सुणो गणपति।।
सर झुकाता हूँ चरणों मे सुन लीजिये,
आज बिगड़ी हमारी बना लीजिये,
ना तमन्ना है धन की ना सर ताज की,
तेरे चरणों की सेवा हमें चाहिये,
रिध्दि सिद्धि के दाता सुणो गणपति।।
तेरी भक्ति का दील मे नशा चूर हो,
बस आँखो मे बाबा तेरा नूर हो,
कण्ठ पे शारदा माँ हमेशा रहे,
रिध्धि सिद्धि का वर ही हमें चाहिये,
रिध्दि सिद्धि के दाता सुनो गणपति।।
सारे देवों मे गुणवान दाता हो तुम,
सारे वेदों मे ज्ञानो के ज्ञाता हो तुम,
ज्ञान देदो भजन गीत गाते रहे,
बस यही ज़िन्दगानी हमें चाहिये,
रिध्दि सिद्धि के दाता सुनो गणपति।।
रिध्दि सिद्धि के दाता सुनो गणपति,
आपकी मेहरबानी हमें चाहिये,
पहले सुमिरन करूँ गणपति आपका,
लब पे मीठी सी वाणी हमें चाहिये,
रिध्दि सिद्धि के दाता सुनो
इस ganpati bhajan lyrics में गायक गणेश जी के प्रति अपनी भक्ति और प्रेम व्यक्त कर रहे हैं। वे गणेश जी से रिध्दि और सिद्धि की प्राप्ति के लिए प्रार्थना कर रहे हैं। गाने में गणेश जी को “रिध्दि – सिद्धि के दाता” कहकर सम्बोधित किया गया है और उनके चरणों की पूजा की जा गयी है।
गाने का संदेश यह है कि गणेश जी की भक्ति में ही सच्ची समृद्धि और सिद्धि है और उनकी कृपा से ही सभी कार्य सफल हो सकते हैं।
4. मोरया रे बाप्पा मोरिया रे लिरिक्स | Moriya Re Bappa Morya Re Lyrics
गणपति बाप्पा मोरया ,
मंगल मूर्ति मोरया ,
मोरया रे बाप्पा मोरया रे
गणपति बाप्पा मोरया ,
मंगल मूर्ति मोरया ,
बाप्पा बाप्पा मोरया ,
मोरया रे बाप्पा मोरया रे
स्वामी त्रिकाल का करता,
तू सुखदाता दुखहरता,
मंगल मूर्ति मोरया ,
सब में तेरा मन रमता,
जग में जहा जहा जाऊ,
तेरा रूप वहा पाऊ,
मंगल मूर्ति मोरया ,
तेरा नाम सदा गाऊ
मोरया रे बाप्पा मोरया रे,
मोरया मोरया ,गणपति बाप्पा मोरया ,
गणपति बाप्पा मोरया,
मंगल मूर्ति मोरया
गणपति बाप्पा मोरया ,
मंगल मूर्ति मोरया ,
मोरया रे बाप्पा मोरया रे
यह गणेश भजन लिरिक्स गणपति जी की महिमा गाने और उनकी स्तुति करने के लिए है। गाने में गणेश जी को मंगलमय और मंगलमूर्ति कहकर उनकी स्तुति की गई है और उनके नाम का गुणगान किया जा रहा है।
गाने का संदेश यह है कि गणपति जी का नाम सदा हमारे हृदय में बसा रहना चाहिए और उनकी भक्ति से हमारे जीवन में खुशियाँ आती हैं।
5.पहले ध्यान श्री गणेश का लिरिक्स | Pehle Dhyan Shri Ganesh Ka Lyrics
पहले ध्यान श्री गणेश का,
मोदक भोग लगाओ |
भक्ति मन से करलो भगतो,
गणपति के गुण गाओ ||
पहले ध्यान श्री गणेश का…
द्वार द्वार घर आसान सब पर,
शुभ प्रभु की है प्रतिमा |
देवो में जो देव पूज्ये है,
गणपति की है गरिमा ||
मंगल अति सुमंगल है जो,
मंगल अति सुमंगल है जो |
उनको नयन बसाओ,
पहले ध्यान श्री गणेश का ||
आरती स्तुति भजन प्राथना,
शंख नाथ भी गूंजे |
मंगल जल दर्शन से गणपति,
तन मन सबका भीजे ||
सब भक्तो का मंगल करदो,
सब भक्तो का मंगल करदो |
मन सबका हरषाओ,
पहले ध्यान श्री गणेश का ||
सब त्यौहार उन्ही से शुभ है,
गणपति का त्योहारा |
मूषक वाहन श्री गणेश का,
ऐसा देव हमारा ||
कीर्तन भजन नारायण करते,
कीर्तन भजन नारायण करते |
उत्सव आज मनाओ,
पहले ध्यान श्री गणेश का ||
पहले ध्यान श्री गणेश का
मोदक भोग लगाओ |
भक्ति मन से करलो भगतो,
गणपति के गुण गाओ ||
इस Ganesh Bhajan Lyrics में गणेश जी की पूजा और आराधना की महिमा गायी गयी है। गाने के बोल बताते हैं कि सभी त्यौहार और उत्सव गणपति जी की कृपा से ही शुभ होते हैं। गणेश जी के ध्यान, पूजा, और भजन से मनुष्य का तन – मन हर्षित होता है और उनकी कृपा से ही सभी कार्य सफल होते हैं।
गाने में गणपति जी के गुणों का व्याख्यान किया गया है और उनके प्रति भक्ति और समर्पण का महत्व बताया गया है।
6. गजानंद महाराज पधारो लिरिक्स | Gajanand Maharaj Padharo Lyrics
गजानंद महाराज पधारो,
कीर्तन की तैयारी है,
आओ आओ बेगा आओ,
चाव दरस को भारी है॥
थे आवो ज़द काम बणेला,
था पर म्हारी बाजी है,
रणत भंवर गढ़ वाला सुणलो,
चिन्ता म्हाने लागि है,
देर करो मत ना तरसाओ,
चरणा अरज ये म्हारी है
गजानन्द महाराज पधारो..॥
रीद्धी सिद्धी संग आओ विनायक,
देवों दरस थारा भगता ने,
भोग लगावा ढोक लगावा,
पुष्प चढ़ावा चरणा मे,
गजानंद थारा हाथा मे,
अब तो लाज हमारी है
गजानन्द महाराज पधारो..॥
भगता की तो विनती सुनली,
शिव सूत प्यारो आयो है,
जय जयकार करो गणपति की,
म्हारो मन हर्शायो है,
बरसेंगा अब रस कीर्तन मे,
भगतौ महिमा भारी है
गजानन्द महाराज पधारो..॥
इस गणेश जी के भजन lyrics में गजानंद महाराज की महिमा और उनके आगमन पर भक्तों की तैयारी का वर्णन किया गया है। गीत के बोल बताते हैं कि गजानंद महाराज के आगमन की तैयारी हो रही है और उनके दर्शन के लिए उनके भक्त उत्साहित हैं।
गाने में गजानंद जी महाराज के पवित्र दर्शन का महत्व और उनकी प्रति भक्ति की गहरी भावना को दर्शाया गया है।
7. प्रथम निमंत्रण आपको देवो के राजा लिरिक्स | Pratham Nimantran Aapko Devo Ke Raja Lyrics
प्रथम निमंत्रण आपको देवो के राजा लिरिक्स
प्रथम निमंत्रण आपको देवो के राजा
आओ गणराजा बुलाया भक्तो ने आजा
आप भी आना रिद्धि सिद्धि लाना
संग में गौरी माता
ब्रम्हा विष्णु देवो के संग
आना नारद ज्ञाता
शिवशंकर को लाना संग में
डम डम डमरु बजाता
आओ गणराजा बुलाया भक्तो ने आजा
राम रमैया बंसी बजैया संग उनकी पटरानी
मातु शारदा कंठ बसे हो ऐसी हो हर वाणी
ईष्ट देव है हनुमानजी रहे कृपा बरसाता
आओ गणराजा बुलाया भक्तो ने आजा
भक्तजनों के मन में आके पावन ज्योत जगादे
आज सभा में आनंद बरसे स्वर संगीत सजादे
कृपा करो हर साँस में तेरा नाम रहू दौहराता
आओ गणराजा बुलाया भक्तो ने आजा
प्रथम निमंत्रण आपको देवो के राजा
आओ गणराजा बुलाया भक्तो ने आजा
इस ganesh ji ke bhajan lyrics में भक्तों ने गणपति जी को बुलाया है। गीत में कहा गया है कि भक्तों को रिद्धि – सिद्धि, गौरी माता, ब्रह्मा, विष्णु, नारद, शिवशंकर और गणेश जी की पूजा करने के लिए आना चाहिए।
गीत में भक्तजनों को यह कहा गया है कि वे पूजा में भगवान के नाम का हर साँस में सिमरन करें और सभी को आनंदित करें। गीत का सारांश यह है कि भक्तों ने गणेश जी को पूजने के लिए सबसे पहला निमंत्रण दिया है।
8. एकदंताय वक्रतुण्डाय गौरीतनयाय धीमहि लिरिक्स | Ekadantaya Vakratundaya Song Lyrics
एकदंताय वक्रतुण्डाय गौरीतनयाय धीमहि ।
गजेशानाय भालचन्द्राय श्रीगणेशाय धीमहि ॥
गणनायकाय गणदेवताय गणाध्यक्षाय धीमहि ।
गुणशरीराय गुणमण्डिताय गुणेशानाय धीमहि ।
गुणातीताय गुणाधीशाय गुणप्रविष्टाय धीमहि ।
एकदंताय वक्रतुण्डाय गौरीतनयाय धीमहि ।
गजेशानाय भालचन्द्राय श्रीगणेशाय धीमहि ॥
गानचतुराय गानप्राणाय गानान्तरात्मने ।
गानोत्सुकाय गानमत्ताय गानोत्सुकमनसे ।
गुरुपूजिताय गुरुदेवताय गुरुकुलस्थायिने ।
गुरुविक्रमाय गुह्यप्रवराय गुरवे गुणगुरवे ।
गुरुदैत्यगलच्छेत्रे गुरुधर्मसदाराध्याय ।
गुरुपुत्रपरित्रात्रे गुरुपाखण्डखण्डकाय ।
गीतसाराय गीततत्त्वाय गीतगोत्राय धीमहि ।
गूढगुल्फाय गन्धमत्ताय गोजयप्रदाय धीमहि ।
गुणातीताय गुणाधीशाय गुणप्रविष्टाय धीमहि ।
एकदंताय वक्रतुण्डाय गौरीतनयाय धीमहि ।
गजेशानाय भालचन्द्राय श्रीगणेशाय धीमहि ॥
ग्रन्थगीताय ग्रन्थगेयाय ग्रन्थान्तरात्मने ।
गीतलीनाय गीताश्रयाय गीतवाद्यपटवे ।
गेयचरिताय गायकवराय गन्धर्वप्रियकृते ।
गायकाधीनविग्रहाय गङ्गाजलप्रणयवते ।
गौरीस्तनन्धयाय गौरीहृदयनन्दनाय ।
गौरभानुसुताय गौरीगणेश्वराय ।
गौरीप्रणयाय गौरीप्रवणाय गौरभावाय धीमहि ।
गोसहस्राय गोवर्धनाय गोपगोपाय धीमहि ।
गुणातीताय गुणाधीशाय गुणप्रविष्टाय धीमहि ।
एकदंताय वक्रतुण्डाय गौरीतनयाय धीमहि ।
गजेशानाय भालचन्द्राय श्रीगणेशाय धीमहि ॥
इस ganesh stuti लिरिक्स “एकदंताय वक्रतुण्डाय गौरीतनयाय धीमहि” के माध्यम से गणेश जी की महिमा का बखान किया जा रहा है। गीत में गणपति के विभिन्न रूपों और गुणों की स्तुति की गई है।
यह गीत गुरु के महत्व को भी प्रदर्शित करता है और गुरु की महिमा को गाता है। इस गीत के माध्यम से भगवान गणेश और गुरु के प्रति भक्ति और समर्पण की भावना प्रकट की जाती है।